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Kumar Ravi Ranjan

Poem

मैं काला हूँ |

मैं काला हूँ, निशब्द भावना का प्रतीक कभी खिलखिलाते बच्चों का काला टिका, तो कभी श्रृंगार का काला काजल। मैं काला हूँ, जैसे हजरत के…