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Poem

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मैं काला हूँ |

मैं काला हूँ, निशब्द भावना का प्रतीक कभी खिलखिलाते बच्चों का काला टिका, तो कभी श्रृंगार का काला काजल। मैं काला हूँ, जैसे हजरत के…
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गगरी

  कलाकारों ने इसे आकार दिया मिट्टी से मटका बना दिया श्याम रंग इसका कुछ खास है इसके चमकने के कई राज़ है जैसे खास…
JYOTI SHUKLA
April 8, 2020